किसान आंदोलन जो दिल्ली के चारों तरफ जो नियर बाय बॉर्डर हैं वहां पर जो चल रहा है उसके मद्देनजर रखते हुए बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने विवादित बयान दिया है उन्होंने कहा कि मुट्ठी भर दलाल कर रहे हैं किसान आंदोलन सिंह ने रविवार को वैशाली के सोनपुर में सनातन के पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कहा कि किसानों ने कहा कि देश में लगभग 5.6 गांव है
लेकिन
किसी भी गांव में
कोई किसी प्रकार का आंदोलन नहीं
कर रहा है वहीं केंद्रीय
कृषि मंत्री कानूनों के खिलाफ दिल्ली
बॉर्डर पर 3 हफ्ते से जो आंदोलन
चल रहा है उसके बारे
में उन्होंने बताया कि बिहार के
एनडीए सरकार में कृषि मंत्री अमर प्रताप सिंह ने कहा कि
दिल्ली और हरियाणा के
बॉर्डर पर जो आंदोलन
चल रहा है वह मुट्ठी
भर कोई दलाल जो किसानों की
दलाली करता है वह आंदोलन
कर रहे हैं साथ में उन्होंने यह कहा कि
जितने भी तो भारत
हमारा है गांव से
भरा हुआ है जिसमें लोग
कहीं भी किसान उस
गांव के अंदर मैक्सिमम
किसान रहते हैं जो जरा सा
भी प्रोटेस्टेड कुछ नहीं कर रहे हैं
यह जो है एक
किसान जो है यह
बाहर जैसे पंजाब हरियाणा के किसान है
और साथ में महाराष्ट्र के कुछ किसान
है वह एक कंपनी
की तरह काम करते हैं और उससे आंदोलन
करवा रहे हैं यह बहुत ही
अच्छी बात नहीं है
इसके
साथ हम आपको बता
दें कि किसी कानूनों
के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर जो आंदोलन
चल रहा है उसका आज
25 वा दिन है प्रदर्शनकारी किसान
कृषि कानून बिल को निरस्त करने
की मांग कर रहे हैं
इसी बीच में एनडीए की सरकार के
सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का संयोजक हनुमान
बेनीवाल ने ऐलान किया
है कि किसान आंदोलन
के समर्थन में 26 दिसंबर को वह 200000 लोगों
के साथ राजस्थान से दिल्ली मोर्चा
खोलेंगे
बिहार के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि क्या किसान केबल दिल्ली और हरियाणा के बॉर्डर पर ही है यह देश के पूरे गांव के लोग किसान है वह तो प्रोटेस्ट नहीं कर रहे हैं वह तो आंदोलन नहीं कर रहे हैं यह जो कुछ दलाल है किसानों के दलाल दलाल वह आंदोलन कर रहे हैं वह इसे नया आयाम देना चाहते हैं ताकि हमारी एनडीए की सरकार झुके बरहम ऐसे कहीं नहीं झुकेंगे यह हमारा दृढ़ संकल्प है